क्षेत्र पर आयोजित पंचकल्याणक

प्रथम - सन 1066 ईसवी में आयोजित पंचकल्याणक में प्रतिष्ठित भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का आसन संग्रहालय में संग्रहित है।

द्वितीय - सन 1145 ईस्वी को जिनालय निर्माण के पश्चात आयोजित इस पंचकल्याणक में प्रतिष्ठित मान स्तंभ एवं प्रतिमाएं क्षेत्र पर विराजमान हैं।

तृतीय- 1985 ईसवी पंचकल्याणक एवं गजरथ महोत्सव मुनि श्री नेमी सागर जी महाराज के आचार्यत्व में पंडित श्री गुलाब चंद्र जी के प्रतिष्ठाचार्यतव मेंसंपन्न हुआ।

चतुर्थ - सन 2011 ईस्वी में गजरथ महोत्सव आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में पंडित श्री गुलाब चंद्र जी पुष्प एवं ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत के प्रतिष्ठाचार्यतव में संपन्न हुआ।

पंचम - सन 2016 ईस्वी मानस्तंभ पंचकल्याणक गजरथ सरकोद्धारक आचार्य श्री ज्ञानसागर जी के ससंघ सानिध्य एवं ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत के निर्देशन में संपन्न हुआ।